विज्ञान और प्रौद्योगिकी में लैंगिक समानता की खाई को पाटने के लिए करेंगे संयुक्त प्रयास
चंडीगढ़, भारत, 7 अगस्त, 2021 /PRNewswire/ -- विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट (डीएसटी) द्वारा शुरू किए गए 'गति पायलट प्रोग्राम' के लिए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घडूआं को भागीदार के रूप में चुना गया है। जेंडर एडवांसमेंट फ़ॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंस्टीट्यूशंस (जी.ए.टी.आई.) कार्यक्रम विज्ञान और प्रौद्योगिकी में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए उच्च शिक्षा के लिए एक ऐसी प्रणाली है, जिसे मंत्रालय ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की दृष्टि से प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के लिए शुरू किया गया है। उल्लेखनीय है कि मंत्रालय द्वारा देश भर से केवल 30 शिक्षण संस्थानों को गति पायलट कार्यक्रम में भाग लेने के लिए चुना गया है, जिनमें से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी एक है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो-चांसलर डॉ. आरएस बावा ने कहा कि गति कार्यक्रम का उद्देश्य वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं और उच्च शिक्षा संस्थानों में महिलाओं को आकर्षित करने, भर्ती करने, बनाए रखने और प्रोत्साहित करने में संस्थागत सुधार लाना है। उन्होंने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुसार, 2019-20 में 16.6 फीसदी महिलाएं देश में सीधे तौर पर शोध एवं विकास (आरएंडडी) से जुड़ी हैं तथा यह संख्या पुरुषों की तुलना में बेहद कम है। पायलट कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण नीतियों को बदलने के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) के क्षेत्र में लैंगिक समानता के लिए एक चार्टर विकसित करेगा। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक विकास के लिए यह पहल स्वागत योग्य है और ये योजनाएं उच्चतम स्तर पर अनुसंधान एवं विकास करने के लिए अकादमिक और अनुसंधान संस्थानों, शैक्षणिक संस्थानों में फैकल्टी, पीएचडी छात्रों और देश की विज्ञान अकादमियों में महिला शोधकर्ताओं को बढ़ावा देंगी।
डॉ. बावा ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने विभिन्न मानदंडों के आधार पर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को 'गति चार्टर संस्थानों' के लिए भागीदारी और मान्यता दी है। उन्होंने कहा कि चयन प्रक्रिया में छात्र लिंगानुपात को मुख्य आधार के रूप में लिया गया है, जिसमें स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी पाठ्यक्रमों में छात्राओं का नामांकन अनुपात को लिया गया है। इसके अलावा, अनुसंधान, पेटेंट और स्टार्टअप के क्षेत्र में छात्रों की उपलब्धियों का आकलन किया गया है। उन्होंने कहा कि यह मान्यता फैकल्टी/स्टाफ लिंगानुपात, तकनीकी एवं प्रशासनिक सहायक स्टाफ, कुल विभाग, अनुसंधान केंद्र, प्रयोगशालाओं आदि के व्यापक परामर्श के आधार पर दी गई है। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी में विभिन्न नेतृत्व पदों पर महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, जिसे गति चार्टर संस्थानों की चयन प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के क्षेत्र में छात्राओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा एक उपयुक्त शैक्षिक ढांचा विकसित किया है। कार्यक्रम के माध्यम से, यूनिवर्सिटी अपनी नीतियों, कार्य योजनाओं और संस्थागत संस्कृति में लैंगिक समानता के सिद्धांतों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा।
इस बारे में बात करते हुए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर स. सतनाम सिंह संधू ने कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को 'गति चार्टर संस्थानों' के रूप में चुना है। उन्होंने कहा कि चार्टर संस्थान के रूप में गति के चयन से यूनिवर्सिटी की सामाजिक जिम्मेदारी बढ़ गई है और इसे देखते हुए यूनिवर्सिटी द्वारा एक विशेष रणनीतिक मसौदा तैयार किया जा रहा है। यूनिवर्सिटी प्रशासन प्रतिबद्ध है और विज्ञान और साइंस एंड टेक्नोलॉजी में जेंडर गैप को पाटने और संगठन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए समर्पित रूप से कार्य करेगा।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के बारे में
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी एक NAAC A+ ग्रेड यूनिवर्सिटी है, जो यूजीसी द्वारा मान्यताप्राप्त स्वायत्त शैक्षणिक संस्थान है तथा पंजाब राज्य में चंडीगढ़ के पास स्थित है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी भारत की सबसे यंगेस्ट तथा पंजाब की एकमात्र प्राइवेट यूनिवर्सिटी है, जिसे NAAC (राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद) द्वारा A+ ग्रेड से सम्मानित किया गया है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी, लॉ, आर्किटेक्चर, जर्नालिज्म, एनीमेशन, होटल मैनेजमेंट, कॉमर्स जैसे विभिन्न क्षेत्रों में 109 से अधिक अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम प्रदान करती है। सर्वश्रेष्ठ प्लेसमेंट रिकॉर्ड के लिए यूनिवर्सिटी को वर्ल्ड कंसल्टिंग एंड रिसर्च कारपोरेशन (डब्ल्यूसीआरसी) द्वारा ''यूनिवर्सिटी विद बेस्ट प्लेसमेंट'' के खिताब से सम्मानित किया गया है।
Website: www.cuchd.in
भारत सरकार के साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट (डीएसटी) ने गति पायलट प्रोग्राम के लिए किया चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का चयन
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