587 की वैश्विक रैंक के साथ, शूलिनी विश्वविद्यालय अब तक का सर्वोच्च रैंक वाला भारतीय निजी विश्वविद्यालय बन गया है


सोलन, भारत, 7 जून, 2024 /PRNewswire/ -- एक अभूतपूर्व उपलब्धि के उपलक्ष्य में, शूलिनी विश्वविद्यालय को प्रतिष्ठित क्वाक्वेरेली साइमंड्स (क्यूएस) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 द्वारा भारत में नंबर 1 निजी विश्वविद्यालय का स्थान प्रदान किया गया है। इसे यह सम्मान टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग द्वारा हाल ही में निजी विश्वविद्यालय का नंबर 1 दर्जा दिए जाने के बाद मिला है।



शूलिनी विश्वविद्यालय क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में 200 पायदान ऊपर पहुंच गया है, और वैश्विक मंच पर अब तक का सर्वोच्च रैंक वाला भारतीय निजी विश्वविद्यालय बन गया है। वैश्विक स्तर पर अब यह 587वें स्थान पर पहुंच गया है, जो पिछले वर्ष के 771-780 बैंड की तुलना में काफी ऊपर है।


इस दोहरी उपलब्धि के साथ, हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित शूलिनी विश्वविद्यालय ने निर्विवाद रूप से भारत के शीर्ष निजी विश्वविद्यालय के रूप में अपनी पहिचान बना ली है। इसमें भारत में नंबर 1 युवा निजी विश्वविद्यालय (विश्व विश्वविद्यालय रैंकिंग, यंग) के रूप में मान्यता मिलना भी शामिल है साथ ही रसायन विज्ञान, भौतिकी और खगोल विज्ञान में एससीआईएमएजीओ रैंकिंग में अग्रणी होना भी शामिल है।


शूलिनी विश्वविद्यालय सरकारी संस्थानों सहित देश भर में 14वें स्थान पर पहुंच गया है, जबकि पिछले साल यह 20वें स्थान पर था। विश्वविद्यालय के स्कोर में 5.9 अंकों की वृद्धि हुई तथा इस वर्ष 21.1 अंक प्राप्त हुए, जबकि पहले यह 15.2 अंक था।


समग्र भारतीय रैंकिंग में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे ने शीर्ष स्थान हासिल किया, उसके बाद भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली का स्थान रहा। विश्व स्तर पर मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है, जबकि इंपीरियल कॉलेज, लंदन को दूसरे स्थान पर रखा गया है।


विश्वविद्यालय ने प्रति संकाय प्रशस्ति पत्र में भी अपनी रैंकिंग को 319 से सुधार कर 224 कर लिया है साथ ही नियोक्ता प्रतिष्ठा में भी अपनी रैंकिंग को 600 से सुधार कर 561 पर पहुंचा दिया है। अंतर्राष्ट्रीय संकाय के पैरामीटर में पिछले वर्ष के 545वें स्थान की अपेक्षा इस वर्ष इसने 486वीं वैश्विक रैंक प्राप्त की है। एक अन्य क्षेत्र भी है जिसमें इसके द्वारा बेहतर प्रदर्शन किया गया है, वह है स्थिरता, जिसके अंतर्गत विश्व स्तर पर इसकी रैंकिंग 570 है जो कि पिछले वर्ष 700 थी।


शूलिनी विश्वविद्यालय के संस्थापक और कुलाधिपति प्रोफेसर पीके खोसला ने विश्वविद्यालय की उल्लेखनीय उपलब्धि का श्रेय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुसंधान पर निरंतर ध्यान देने को दिया। उन्होंने कहा, "मुझे खुशी है कि हमारे द्वारा अनुसंधान के क्षेत्र में ध्यान केंद्रित करना सफल रहा।"


प्रो चांसलर विशाल आनंद ने स्टाफ और छात्रों की सराहना करते हुए कहा, "शूलिनी एक शीर्ष वैश्विक विश्वविद्यालय बनाने की दिशा में प्रयासरत है। वास्तव में उल्लेखनीय बात यह है कि अब हम आईआईएससी, आईआईटी और जेएनयू जैसे प्रतिष्ठित भारतीय संस्थानों में से एक हैं। शीर्ष 200 वैश्विक रैंक हासिल करने की दिशा में हमारा प्रयास जारी रहेगा, और यह उपलब्धि हमारी टीमों को आगे की यात्रा के लिए प्रेरित करेगी।"


विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं और प्रबंधन द्वारा की गई कड़ी मेहनत के बारे में बात करते हुए कुलपति प्रोफेसर अतुल खोसला ने कहा, "हमारा काम रैंकिंग प्राप्त करने तक ही सीमित नहीं है। हम उत्कृष्ट छात्रों के निर्माण और अभूतपूर्व शोध तैयार करने की दिशा में प्रयासरत हैं, तथा भारत में एक विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय के निर्माण हेतु अपने समुदाय में योगदान दे रहे हैं। एक ऐसा विश्वविद्यालय जो वैश्विक स्तर पर अग्रणी है, मानदंड निर्धारित करता है, और दुनिया के शीर्ष संस्थानों के लिए एक रोल मॉडल के रूप में कार्य करता है।"


क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में 106 अलग-अलग स्थानों से 1,503 संस्थानों को शामिल किया गया है, जिनमें भारत के 46 संस्थान शामिल हैं। रैंक प्राप्त करने वाले भारतीय विश्वविद्यालयों में से 28 की रैंकिंग में सुधार हुआ, चार की रैंकिंग में गिरावट आई तथा 11 अपनी रैंक या बैंड में स्थिर बने रहे।


शूलिनी यूनिवर्सिटी के बारे में


2009 में स्थापित, शूलिनी यूनिवर्सिटी ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट साइंसेज यूजीसी से पूर्ण मान्यता के साथ एक शोध-संचालित निजी विश्वविद्यालय है। भारत में नंबर 1 निजी विश्वविद्यालय (क्यूएस और टाइम्स हायर एजुकेशन) के रूप में, यह नवाचार, गुणवत्ता प्लेसमेंट और विश्व स्तरीय संकाय पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रशंसित है। निचले हिमालय में स्थित, विश्वविद्यालय एनएएसी मान्यता प्राप्त है और एनआईआरएफ द्वारा शीर्ष 100 स्थान पर है।


लोगो: 
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