2047 तक सड़क परिवहन उत्सर्जन में 87% की कमी लाना


नई दिल्ली, 4 सितंबर, 2024 /PRNewswire/ -- वैश्विक गैर-लाभकारी RMI (Rocky Mountain Institute के रूप में स्थापित) द्वारा आज जारी एक नई रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2047 तक गतिशीलता क्षेत्र में ऊर्जा स्वतंत्रता प्राप्त कर सकता है। इस रिपोर्ट का शीर्षक है 2047 का भारत: गतिशीलता क्षेत्र में ऊर्जा स्वतंत्रता के लिए एक दृष्टिकोण, इस बात पर जोर देता है कि 2043 तक भारत को सड़क परिवहन क्षेत्रों में 100% स्वच्छ ईंधन वाहन बिक्री (मुख्यत: इलेक्ट्रिक) हासिल करनी होगी। विश्लेषण में इस परिवर्तन के महत्वपूर्ण प्रभाव पर प्रकाश डाला गया है, जिसमें सड़क परिवहन क्षेत्र में कच्चे तेल की खपत में 91% की कमी शामिल है, जिससे कुल मिलाकर ₹160 लाख करोड़ (US$ 1,923 बिलियन) की बचत होगी। इसमें संचयी कार्बन उत्सर्जन में लगभग 14-गीगाटन की कमी का अनुमान भी लगाया गया है, जो 2047 में सामान्य प्रगति परिदृश्य की तुलना में 87% की कमी है।



रिपोर्ट के लांच कार्यक्रम में बोलते हुए, भारत सरकार के G20 Sherpa, Amitabh Kant ने कहा: "प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के तहत भारत ने ऊर्जा स्वतंत्रता का लक्ष्य निर्धारित किया है और वह स्वच्छ ऊर्जा भविष्य की ओर बढ़ने की राह पर है, जिसका उत्पादन घरेलू स्तर पर नए और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से किया जाएगा। भारत का गतिशीलता क्षेत्र, जो देश की ऊर्जा मांग का 18% भाग है, 12.3 लाख पंजीकृत EVs और 7.6% बिक्री प्राप्ति के साथ मजबूत प्रगति कर रहा है। भारत तेजी से दोपहिया और तिपहिया वाहन विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन रहा है, तथा इसकी गति भी तेजी से बढ़ रही है।"


रिपोर्ट में देश को विद्युत, साझा और ऊर्जा-स्वतंत्र गतिशीलता प्रणाली में परिवर्तित करने के लिए प्रमुख सिफारिशें और कार्यवाहियां प्रस्तुत की गई हैं, जिनमें समेकित आपूर्ति और मांग पक्ष नीतियां, नवप्रवर्तनशील वित्तपोषण तंत्र और EV बैटरियों के लिए एक चक्रीय अर्थव्यवस्था शामिल हैं।


'विकसित भारत 2047' के दृष्टिकोण पर जोर देते हुए, RMI बोर्ड के अध्यक्ष और ReNew के चेयरमैन और CEO, Sumant Sinha ने कहा: "भारत की प्रति व्यक्ति प्राथमिक ऊर्जा खपत 2047 तक दोगुनी हो जाने के अनुमान के साथ, देश स्वच्छ टेक्नोलॉजियों को अपनाकर ऊर्जा परिवर्तन में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। भारत की गतिशीलता क्रांति की गति और पैमाने को बढ़ाने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, नीति समर्थन, कौशल और अनुसंधान एवं विकास पर ध्यान और निवेश की आवश्यकता होगी। RMI का काम प्रभावशाली और सही दिशा में रहा है, जैसा कि आज जारी की गई रिपोर्ट में दर्शाया गया है।


ऊर्जा परिवर्तन में वैश्विक नेता के रूप में उभरने के भारत के अवसर पर प्रकाश डालते हुए, RMI के CEO, Jon Creyts ने कहा: "भारत सरकार द्वारा निर्धारित यह महत्वाकांक्षी ऊर्जा स्वतंत्रता दृष्टि, ग्रिड में घरेलू स्तर पर उत्पादित स्वच्छ ऊर्जा की एक महत्वपूर्ण मात्रा को जोड़कर देश को 2021 United Nations Climate Change Conference (COP26) में घोषित अपने नेट-शून्य लक्ष्यों को पूरा करने में सुविधा प्रदान करने के अवसर का प्रतिनिधित्व कर रही है। गतिशीलता के विद्युतीकरण से वायु प्रदूषण कम हो सकता है, सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है, परिवहन पहुंच में वृद्धि हो सकती है और कार्बन-मुक्ति को बढ़ावा देते हुए भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सकता है। इन कार्यों के माध्यम से, भारत अगले दशक और उसके बाद भी बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।"


रिपोर्ट यहां पढ़ें: rmi.org/insight/india-at-2047


RMI का परिचय
RMI एक स्वतंत्र गैर-लाभकारी संस्था है, जिसकी स्थापना 1982 में Rocky Mountain Institute के रूप में की गई थी, जो 1.5°C के भविष्य के साथ तालमेल बिठाने और सभी के लिए स्वच्छ, समृद्ध, शून्य-कार्बन भविष्य को सुरक्षित करने के लिए मार्केट-संचालित समाधानों के माध्यम से वैश्विक ऊर्जा प्रणालियों को परिवर्तित करती है। हम विश्व के सबसे महत्वपूर्ण भौगोलिक क्षेत्रों में काम करते हैं और ऊर्जा प्रणाली में हस्तक्षेप की पहचान करने तथा उसे बढ़ाने के लिए व्यवसायों, नीति निर्माताओं, समुदायों और NGOs को शामिल करते हैं, जिससे 2030 तक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कम से कम 50 प्रतिशत की कटौती हो सकेगी। RMI के कार्यालय बेसाल्ट और बोल्डर, कोलोराडो; न्यूयॉर्क सिटी; ओकलैंड, कैलिफोर्निया; वाशिंगटन, D.C.; अबुजा, नाइजीरिया; और बीजिंग में हैं।2016 से RMI भारत की गतिशीलता और ऊर्जा परिवर्तन को सपोर्ट कर रहा है।


अधिक जानकारी के लिए कृपया Vindhya Tripathi से vtripathi@rmi.org पर संपर्क करें।


 



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