प्रतीकात्मक

चीन के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने रोशनी पर आधारित दुनिया का पहला क्वांटम कंप्यूटर 'Jiuzhang' बना लिया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह कंप्यूटर पारंपरिक सुपर कंप्यूटर के मुकाबले कहीं अधिक तेजी से काम कर सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह कंप्यूटर जापान के फुग्वु से 100 गुना अधिक तेज है

चीन की सरकारी मीडिया में शनिवार को प्रकाशित खबर के मुताबिक, यह वैज्ञानिकों को मिली बड़ी सफलता है और इसकी मदद से इसी तरह की और भी शक्तिशाली मशीन बनाई जा सकेंगी।

चीन के सरकारी अखबार 'चाइना डेली' ने जर्नल साइंस में प्रकाशित एक रिपोर्ट का हवाला दिया है। इसमें कहा गया है कि 'जियूझांग क्वांटम कंप्यूटर' क्वांटम कंप्यूटेशनल एडवान्टेज को भरोसेमंद तरीके से प्रदर्शित कर सकता है, जो कंप्यूटर क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि है।

क्वांटम कंप्यूटिंग एक उच्च तकनीक है जो क्वांटम भौतिकी की विचित्र दुनिया का उपयोग बड़े पैमाने पर सूचना के प्रसंस्करण को प्राप्त करने के लिए करती है। क्वांटम कंप्यूटर बहुत तेजी से काम करते हैं जो सामान्य कंप्यूटर के लिए संभव नहीं है ।

सामान्य 'परंपरागत' कंप्यूटर डेटा को तथाकथित 'बिट्स' के रूप में संग्रहीत करते हैं जो या तो '0' या '1' हो सकते हैं। क्वांटम बिट्स - क्वाइबेट्स - इसके बजाय दोनों ('0' और '1' को) एक ही बार में हो सकते हैं।

क्वांटम कंप्यूटर बहुत तेजी से काम करते हैं जो सामान्य कंप्यूटर के लिए संभव नहीं है। क्वांटम कंप्यूटर की मदद से भौतिक विज्ञान, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और चिकित्सा क्षेत्र में उपलब्धि हासिल होती है। खबर के मुताबिक, इस सुपर कंप्यूटर को 'जियूझांग नाम गणित के प्राचीन चीनी ग्रंथ के नाम पर दिया गया है। यह क्वांटम कंप्यूटर जो गणना मात्र 200 सेकेंड में कर सकता है उसे दुनिया के सबसे तेज कंप्यूटर 'फुगाकू' को करने में 60 करोड़ साल का समय लग जाएगा।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल गूगल द्वारा 53 क्यूबिट क्वांटम कंप्यूटर बनाने की घोषणा के बाद सुपर कंप्यूटर के क्षेत्र में यह दूसरी बड़ी उपलब्धि है। खबर के मुताबिक जियूझांग 76 फोटॉन में हेरफेर कर जटिल गणना करता है जबकि गूगल का क्वांटम कंप्यूटर सुपर कंडक्टिव वस्तुओं का इस्तेमाल करता है। उल्लेखनीय है कि गत कुछ वर्षों से चीन क्वांटम प्रौद्योगिकी में महारत हासिल करने के लिए भारी निवेश कर रहा है।

चीन की विज्ञान अकादमी ने बताया कि वर्ष 2017 में चीन ने क्वांटम संचार उपग्रह को प्रक्षेपित किया था जो हैक नहीं किया जा सकता और सुरक्षा की अत्याधुनिक विशेषताओं से लैस है। इसके अगले साल चीन ने 2000 किलोमीटर लंबी 'हैक प्रूफ क्वांटम संचार लाइन का उद्घाटन किया जिसे देश की राजधानी बीजिंग से आर्थिक मुख्यालय शंघाई के बीच स्थापित किया गया है।

स्त्रोत - हिन्दुस्तान

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