ओटुआ को लॉजिस्टिक्स, लास्ट-माइल डिलीवरी कम्पनियों तथा स्वतंत्र ड्राइवर या डिलीवरी ऑप्रेटरों द्वारा इस्तेमाल के लिए डिज़ाइन किया गया है
अपनी श्रेणी में सर्वोत्तम रेंज, आयतन (volume) और वजन वाहक क्षमता प्रदान करता है
सस्टेनेबल मोबिलिटी स्टार्टअप डंडेरा वैंचर्स (Dandera Ventures) ने आज भारत का सर्वश्रेष्ठ व सर्वाधिक उन्नत कार्गो इलैक्ट्रिक थ्री-व्हीलर ओटुआ लॉन्च किया। इस कार्गो ईवी (cargo EV) में बाज़ार में उपलब्ध सबसे ज़्यादा वॉल्यूम, व सर्वाधिक सामान ढोने की क्षमता (900 किलोग्राम) है, साथ ही में ओटुआ एक सिंगल चार्ज पर 165 किलोमीटर की दूरी कवर करता है जिसका बाज़ार में कोई मुक़ाबला नहीं है।
ओटुआ को लॉजिस्टिक्स तथा लाइस्ट-माइल डिलीवरी कंपनियों के लिए ख़ास तोर पर डिज़ाइन किया गया है। इसके विभिन्न मॉडल की कीमत ₹3,50,000 से ₹5,50,000 के बीच है और खुदरा ग्राहकों की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए इन्हें सब्सक्रिप्शन पर भी उपलब्ध कराया जाएगा। डंडेरा द्वारा जल्द ही ओटुआ को खुदरा ग्राहकों या ड्राइवरों के लिए भारत के कुछ चुनिंदा राज्यों में उतारा जाएगा।
ओटुआ का लॉन्च भारत के लॉजिस्टिक्स एवं लास्ट माइल डिलीवरी इंडस्ट्री के लिए एक महत्वपूर्ण पढ़ाव है जो इस इंडस्ट्री को सस्टेनेबल मोबिलिटी की दिशा में आगे बढ़ाएगा। ओटुआ को बुनियादी तोर से एक इलैक्ट्रिक व्हीकल के अनुसार डिजाइन किया गया है। यह एक 100% स्वदेशी उत्पाद है, जिसमें सभी हिस्से-पुर्जों तथा कलपुर्जों समेत बैटरी को भी भारत में ही डिजाइन और मैन्यूफैक्चर किया गया है। डंडेरा वैंचर्स की आर-एंड-डी (R&D) डिवीज़न ने ग्राहकों की अपेक्षाओं तथा उद्योग के मौजूदा मानकों को ध्यान में रखकर ओटुआ की बैटरी एवं ड्राइवट्रेन को डिजाइन व इंजीनियर किया है।
क्षितिज बजाज, सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, डंडेरा वैंचर्स ने कहा, “लास्ट माइल डिलीवरी ड्राइवरों एवं फ्लीट मालिकों की एक कार्गो EV से जो भी अपेक्षाएँ हैं, ओटुआ उन सबको आसानी से पार करता है। विश्वस्तरीय ड्राइवर एर्गोनॉमिक्स व सुरक्षा प्रणालियों से लेकर कार्यकारी दक्षता, जिसमें माईलेज या रेंज, आयतन व वजन ढोने की क्षमता शामिल है, ओटुआ बाज़ार में उपलब्ध अन्य विकल्पों से बहुत ऊपर है। हमें पूरा भरोसा है की ओटुआ ना केवल भारत बल्कि विश्व की लॉजिस्टिक्स व लास्ट माइल डिलीवरी इंडस्ट्री को सस्टेनेबल मोबिलिटी को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।''
ओटुआ की प्रमुख खूबियां
- बुनियाद से एक इलैक्ट्रिक वाहन के तौर पर शुरू से डिजाइन किया गया देश का पहला कार्गो ईवी
- एक सिंगल चार्ज* में 165 किलोमीटर की दूरी पूरी करने के साथ इंडस्ट्री में सर्वाधिक रेंज, जिसे आगे चलकर 300 किलोमीटर तक बढ़ाया जा सकता है*
- इंडस्ट्री में 183,CC * की सर्वाधिक वाहक क्षमता
- इंडस्ट्री में 900 किलोग्राम की सर्वाधिक वजन या समान वाहन की क्षमता
- ड्राइवरों के लिए सर्वश्रेष्ठ रोड विजिबिलिटी
- अनूठा एरोडायनमिक डिजाइन जो वाहनों में ‘एयर ड्रैग कोफिशिएंट’ को 25% कम करता है
- सबसे ज़्यादा खुला और आरामदायक ड्राइवर केबिन, जो की ‘एयर कंडिशनिंग’ के लिए तैयार है
- कनेक्टेड ईवी – ओटुआ की इलेक्ट्रिक गाड़ी ड्राइवर और फ्लीट मैनेजमेंट ऍप के साथ आती है
भारत में लास्ट-माइल डिलीवरी और लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में जबर्दस्त उछाल का दौर है और अगले कुछ वर्षों में इसका आकार बढ़कर $5 बिलियन होने की संभावना है। यह इंडस्ट्री खुद भी कार्बन फुटप्रिंट घटाने के प्रयास के तहत इलैक्ट्रिक गाड़ियों को अपनाने की दिशा में लगातार बढ़ रही है।
कनव मनचंदा, डंडेरा वैंचर्स के संस्थापक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी ने कहा, ''डंडेरा कम्पनी दुनिया भर के लॉजिस्टिक्स उद्योग को सस्टेनेबल मोबिलिटी दिशा में तेज़ी से बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। ओटुआ की तरह डंडेरा भी इलेक्ट्रिक गाड़ियों के बाज़ार में नए मानक स्थापित करने के लिए तत्पर है। ओटुआ भारत का निश्चित तौर से सबसे उन्नत इलेक्ट्रिक गाड़ी है और हम इसे बाज़ार में एक विशिष्ट योजना के अनुसार उतार रहें है जिससे हमारे ग्राहक आसानी से इसे अपना सकें।”
डंडेरा एक्सपोनेंट्स वैंचर स्टूडियो की एक पोर्टफोलियो कंपनी है जिसने एक्सपोनेंट्स और उसके पार्टनर्स से पूंजी लगायी है। एक्सपोनेंट्स के संस्थापक सारथ जैन ने कहा, “डंडेरा के इलेक्ट्रिक गाड़ियों के एक संपूर्ण इकोसिस्टम तैयार करने के सफर में ओटुआ का लॉन्च एक महत्वपूर्ण मुकाम है। हमें पूरा विश्वास है कि ओटुआ व्यावसायिक व खुदरा ईकामर्स के ग्राहकों की लास्ट माइल डिलीवरी की ज़रूरतों को बखूबी पूरा करेगा। डंडेरा की टीम अधिक कार्य-कुशल और व्यापक रूप से इस्तेमाल हो सकने वाले ईवी बनाने के लिए डिज़ाइन इनोवेशन के साथ नयी तकनीकों की खोज पर लगातार काम करती रहेगी।”
2018 में स्थापित डंडेरा एक सस्टेनेबल मोबिलिटी-आधारित स्टार्टअप है जो शुरुआत से ही सस्टेनेबल मोबिलिटी प्रोडक्ट्स को तैयार करने और उन्हें मैदान में उतारने पर काम कर रहा है। डंडेरा के संस्थापक क्षितिज बजाज और कनव मनचंदा उद्योग में सीनियर प्रोफेशनल्स हैं जिनके पास ऑटोमोटिव डिजाइन, बिज़नेस मैनेजमेंट तथा ऑपरेशंस के क्षेत्र में कई दशकों का अनुभव है।
भारत के कमर्शियल ईवी मार्केट में हाल के वर्षों में तेज विकास का दौर देखा गया है। ईवीरिपोर्टर मैगज़ीन द्वारा भारत सरकार के वाहन डेटाबेस पर आधारित विश्लेषण के अनुसार पिछले वित्त वर्ष में बिके कुल इलैक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स में 47% इलैक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स थे।
वित्त वर्ष 23 के बजट डॉक्यूमेंट में मोजूद ‘फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्यूफैक्चरिंग ऑफ हाइब्रिड एंड इलैक्ट्रिक व्हीकल्स’ (FAME) के मुताबिक़ भारत सरकार भी ईवी इंडस्ट्री को सपोर्ट कर रही है और इसके लिए सब्सिडी, अनुकूल अधिनियम व नीतियां बनायी गई हैं। साथ ही में सरकार द्वारा EV के लिए 100% एफडीआई एप्रूवल, बैटरी आर एंड डी (R&D) को विशेष समर्थन तथा बेहतर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर भी ध्यान दिया जा रहा है।