अहमदाबाद, भारत, 29 जून, 2023 /PRNewswire/ -- इन्टास फार्मास्यूटिकल्स लि., भारत की अग्रसर फार्मास्यूटिकल्स कंपनियों में से एक और विश्व भर में परिचालन करने वाली इस कंपनी ने डीसीजीआइ द्वारा मान्यता प्राप्त टोफैसिटिनिब ऑइन्टमेन्ट 2% डब्लू/डब्लू भारत में लॉन्च किया है। यह मल्हम, 18 साल और उससे अधिक उम्र वाले उन मरीज़ों के उपचार के काम आएगा जो एटॉपिक डर्मेटाइटिस (एडी) से ग्रसित हैं, फिर चाहे वो शुरूआती अवस्था में हो या अत्यंत गंभीर रूप ले चुका हो। एटॉपिक डर्मेटाइटिस (एडी) त्वचा का एक दीर्घकालिक रोग है। इसमें सूजन आती है, संक्रामक नहीं है परंतु बार-बार होता है और अकसर यह किसी भी आयु की व्यक्ति को हो सकता है। एटॉपिक डर्मेटाइटिस रोग के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं। वंशानुगत (जेनेटिक) कारण, वातावरण और प्रतिरक्षात्मक कारण - इन तीनों के बीच एक असामान्य और जटिल परिस्थिति जब आकार लेती है तब परिणाम स्वरूप यह रोग होता है। इस रोग के उपचार की आवश्यकता तीव्रतम होने के बावजूद, करीब 15 साल बीत गए हैं, भारत में एटॉपिक डर्मेटाइटिस (एडी) के लिए नये तरह की कोई टॉपिक थैरपी प्रस्तुत नहीं की गई। एटॉपिक डर्मेटाइटिस (एडी) से ग्रसित मरीज़ की जीवन गुणवत्ता खस्ताहाल हो जाती है क्योंकि उसे लगातार खुजली आती रहती है, नींद ठीक से नहीं हो पाती, स्कूल/कार्यस्थल पर अच्छे से काम नहीं कर पाता और सामाजिक, मानसिक तथा भावनात्मक रूप से भी हालत खराब हो जाती है। एडी के उपचार के लिए वर्तमान में थैरपियां (टॉपिकल कोरिकोस्टीरॉइड्स/टॉपिकल कैल्सिन्यूरिन इन्हिबिटर्स) मौजूद हैं, पर बात जब लंबे अरसे तक इलाज की हो तो वो हमेशा से एक चुनौती रहा है, क्योंकि इनके दुष्प्रभाव का जोखिम अधिक है, इनसे मरीज़ के जीवन की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है। एटॉपिक डर्मेटाइटिस के विशिष्ट लक्षणों के कारण, इस रोग का प्रबंधन एक चुनौती बना हुआ है। "भारत में आज की तारीख में भी कोई मान्यता प्राप्त टॉपिकल जैक (जेएके) इन्हिबिटर्स उपलब्ध नहीं है, और इसी कारण से टोफाटास ऑइन्टमेन्ट 2%, उन मरीज़ों के लिए मददगार पुरवार होगा जो एटॉपिक डर्मेटाइटिस के लिए बिना स्टीरॉइड वाला एजन्ट चाहते हों, और हम उम्मीद करते हैं कि भारत में इस एजन्ट को जो मान्यता दी गई है, उसे रिअल वर्ल्ड डाटा में भी स्थान दिया जाए, " ये शब्द हैं डॉ. कबीर सरदाना, एमडी, डीएनबी, एमएनएएमएस, प्रोफेसर (डर्मेटोलॉजी)-आऱएमएल हॉस्पिटल, नई दिल्ली-के। "एटॉपिक डर्मेटाइटिस एक दीर्घकालीन, बार-बार होने वाली स्थिति है, मरीज़ का जीवन इससे बुरी तरह प्रभावित होता है औऱ मानसिक एवं सामाजिक विषमताएं पैदा होती हैं। वर्तमान में उपलब्ध थैरपी पर्याप्त नहीं है। हम डीसीजीआइ द्वारा मान्यता प्राप्त नये टॉपिकल टोफैटिसिनिब 2% का स्वागत करते हैं, जो कि ग्रसितों में नई उम्मीद जगाएगा", यह कहना है डॉ. सतीष उदारे, सीनिअर कन्सल्टन्ट डर्मेटोलॉजिस्ट, थाणे/नवी मुंबई- का। डॉ. आलोक चतुर्वेदी (एसोसिएट एग्झिकिटीव वाइस प्रेसिडन्ट एंड हेड- मेडिकल अफेयर्स, इन्टास) ने कहा, "डर्मेटोलॉजी थैरपी में अग्रसर इन्टास ने, इस क्रिटिकल ट्रीटमेन्ट में जो कमी थी उसे दूर करने के लिए अनुसंधान प्रयासों में सघन निवेश किया ताकि टोफाटास ऑइन्टमेन्ट विकसित करके उसका फॉर्मूला तैयार किया जा सके, एक ऐसा ड्रग जो एटॉपिक डर्मेटाइटिस के मरीज़ों को इच्छित परिणाम देता है, क्लिनिकल फायदे पहुंचाता है। भारत में एटॉपिक डर्मेटाइटिस के मरीज़ों में टोफाटास (टोफैसिटिनिब ऑइन्टमेन्ट 2% डब्लू/डब्लू) का तीसरे चरण (फेज़  III) का जो क्लिनिकल स्टडी किया गया उसमें असाधारण सेफ्टी व एफिकसी पाई गई।" इन्टास फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड- एक परिचय इन्टास फार्मास्यूटिकल्स लि. एक अग्रसर, वर्टिकली इन्टिग्रैटेड, बहुराष्ट्रीय फार्मास्यूटिकल कंपनी है। भारत के अहमदाबाद में स्थित यह कंपनी, फॉर्मूला विकास, विनिर्माण और विपणन की एंड-टू-एंड क्षमताओं से युक्त है तथा ऐक्टिव फार्मास्यूटिकल इन्ग्रेडिअन्ट्स (एपीआइ) के बैकवर्ड इन्टिग्रैशन से भी लेस है। इस संस्थान में 19,000 से भी अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं, विश्व भऱ में इसके 14 अत्यंत अडवांस्ड मैनुफैक्चरिंग स्थान हैं और 85 से अधिक देशों में इसके उत्पादों की बिक्री होती है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में इन्टास का राजस्व 2.5 बिलियन यूएसडी था और पिछले 5 सालों में इसके राजस्व की संयुक्त वृद्धि दर 5% रही है। अधिक जानकारी के लिए कृपया देखें - www.intaspharma.com मीडिया संपर्क: Ms. Vibhuti Bhatt Director One Advertising & Communication Services Ltd. Mobile: +91-9824079734 Email: vibhutibhatt@oneadvt.com तस्वीर: https://mma.prnewswire.com/media/2144158/TOFATAS.jpg View original content:https://www.prnewswire.com/in/news-releases/------------------jaki----301866914.html

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