Voyager Space और एनएसआईएल (NSIL) इस समझौते (एमओयू) के तहत एसएसएलवी (SSLV) और पीएसएलवी (PSLV) द्वारा परिक्रमा करने वाले छोटे उपग्रहों के लिए लॉन्च और तैनाती के अवसरों की पड़ताल करेंगे। दोनों संगठन अंतरिक्ष यान विनिर्माण, तैनाती, संचालन के साथ-साथ रुचि के अन्य क्षेत्रों के सहयोग में एनएसआईएल से अंतरिक्ष योग्य घटकों के उपयोग का भी अध्ययन करेंगे।
इसरो के अत्याधुनिक प्रक्षेपण बुनियादी ढांचे और अंतरिक्ष उपकरणों (पेलोड) को कक्षा में स्थापित करने में एनएसआईएल का अनुभव Voyager के वैश्विक ग्राहक आधार के लिए अंतरिक्ष तक पहुंच का विस्तार करता है। Voyager Space इससे पहले दो पीएसएलवी मिशनों पर ग्राहक उपग्रह छोड़ चुकी है।
Voyager Space के मुख्य राजस्व अधिकारी क्ले मोवरी ने कहा, "हम NewSpace India Limited के साथ यह सहयोगात्मक यात्रा शुरू करने को लेकर रोमांचित हैं। यह साझेदारी एक अनूठा अवसर है क्योंकि हम छोटे उपग्रह प्रक्षेपण उद्योग में नवाचार व तरक्की को बढ़ावा देने के लिए एकजुट हुए हैं। हम भारत में Voyager की उपस्थिति बढ़ाने और अपने ग्राहकों के लिए अतिरिक्त अवसर प्रदान करने के लिए तत्पर हैं।"
एनएसआईएल (NSIL) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राधाकृष्णन ने कहा, "हमें Voyager Space के साथ यह साझेदारी करते हुए खुशी हो रही है। भारत का अंतरिक्ष उद्योग व्यवसायों के लिए खुला है, और हमें तेजी से बढ़ते वैश्विक लघु उपग्रह प्रक्षेपण सेवा बाजार की सेवा करने पर गर्व है। साथ काम करते हुए हम ऐसा आपसी तालमेल बनाएंगे जो भारत व विदेशों में वाणिज्यिक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था के विकास को गति देगा।"
Voyager Space के बारे में
Voyager Space अंतरिक्ष व धरती पर मानवता के लिए बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए समर्पित है। अंतरिक्ष उड़ान की 35 से अधिक साल की विरासत और 2,000 से अधिक सफल मिशनों के साथ, Voyager वाणिज्यिक अंतरिक्ष क्रांति को ताकत दे रही है। Voyager अपने उस वैश्विक ग्राहक आधार को अन्वेषण, प्रौद्योगिकी व रक्षा समाधान प्रदान करती है जिसमें नागरिक व राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां, व्यवसायिक कंपनियां, अकादमिक तथा अनुसंधान संस्थान आदि शामिल हैं।
NSIL के बारे में
अंतरिक्ष विभाग (DOS) के तहत केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (सीपीएसई) NewSpace India Limited (NSIL), भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वाणिज्यिक शाखा है। एनएसआईएल (NSIL) के प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों में लॉन्च व्हीक्ल व उपग्रह बनाना; वैश्विक ग्राहकों को इसरो के लॉन्च व्हीक्ल पर लॉन्च (प्रेक्षपण) सेवाएं प्रदान करना; कक्षा में स्थापित संचार उपग्रहों के अपने बेड़े के माध्यम से उपग्रह आधारित सेवाएं प्रदान करना; मिशन सहायता सेवाएं व इसरो द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों का भारतीय उद्योग में स्थानांतरण शामिल है। एनएसआईएल (NSIL) अंतरिक्ष संबंधी गतिविधियों में निजी भारतीय उद्योग की कंपनियों की भागीदारी बढ़ाते हुए देश में बेहतर अंतरिक्ष इको-सिस्टम बनाने की दिशा में प्रयास कर रही है।