एनालिसिस के परिणाम नीचे दिए गये हैं:
निवेश सलाहकारों के खिलाफ प्रवर्तन आदेशों की संख्या
ट्रेडिंग कॉल प्रोवाइडर्स (TCP) में नॉन-डिलीवरी ट्रेड, इक्विटी इंट्राडे, आज खरीदें कल बेचें (बॉय टुडे सेल टुमारो), वायदा, ऑप्शंस, कमोडिटी जैसे डेरिवेटिव (हेजिंग उद्देश्यों को छोड़कर) और लीवरेज्ड ट्रेडिंग या पोर्टफोलियो वैल्यू का 100 फीसदी से अधिक इक्विटी शेयरों में एक्सपोजर बढ़ाने से संबंधित सलाह प्रदाता शामिल हैं।
लगभग सभी प्रवर्तन आदेश ट्रेडिंग कॉल प्रोवाइडर्स के खिलाफ हैं, बाकी आदेश परिचालन संबंधी यानी ऑपरेशनल मामलों पर हैं, न कि ग्राहक संबंधी सेवाओं पर।
यह एनालिसिस दिखाता है कि अनरजिस्टर्ड यानी बिना पंजीकृत निवेश सलाहकार, जो "ट्रेडिंग कॉल प्रोवाइडर" नहीं हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करने की आवश्यकता है। और RIAs (रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स) के साथ अलग व्यवहार किया जाना चाहिए क्योंकि उनकी गतिविधियों के कारण रेगुलेटर से किसी भी एन्फोर्समेंट एक्शन (प्रवर्तन कार्रवाई) की आवश्यकता नहीं होती है।
सेबी के आदेश का विस्तार से एनालिसिस इस लिंक पर उपलब्ध है - https://aria.org.in/wp-content/uploads/2023/08/2023-08-30SEBI-Orders-IA-Analysis_Aug2023.pdf
ARIA ने भी सेबी स्कोर्स पोर्टल पर RIAs (रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स) के खिलाफ मिलने वाली शिकायतों का विस्तृत विश्लेषण किया है।
ये दिलचस्प आंकड़े दिखाते हैं कि कैसे RIAs के खिलाफ मिली सभी शिकायतों में से 94 फीसदी शिकायतें तो सिर्फ 9 फीसदी RIAs के पास हैं, वहीं 78 फीसदी RIAs के खिलाफ अब तक कोई शिकायत नहीं है। उनके नाम और इन संस्थाओं के अन्य डिटेल यानी विवरण से ऐसा लगता है कि ये सभी "ट्रेडिंग कॉल प्रोवाइडर" हैं।
इस शिकायत विश्लेषण से यह भी लग रहा है कि RIAs जो "ट्रेडिंग कॉल प्रोवाइडर" नहीं हैं, उनके साथ अलग व्यवहार करने की आवश्यकता है, क्योंकि उनकी गतिविधियों के कारण निवेशकों को शिकायतें नहीं मिली हैं।
ये दोनों एनालिसिस रिपोर्ट बिना पंजीकृत (अनरजिस्टर्ड) संस्थाओं के खिलाफ तेजी से फोकस्ड कार्रवाई और गैर "ट्रेडिंग कॉल प्रोवाइडर्स" RIAs के साथ अलग से नियमों में ढील देने की आवश्यकता की ओर इशारा करती हैं।
विस्तार से शिकायत विश्लेषण इस लिंक पर उपलब्ध है - https://aria.org.in/wp-content/uploads/2023/09/2023-08-30analysisofcomplaintssummary-Updated-2.pdf