एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने पेश किया प्लैनेट फर्स्ट - एयू ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट, हरित परियोजनाओं को मिलेगा सपोर्ट
प्लैनेट फर्स्ट - एयू ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट को वेस्‍ट मैनेजमेंट, सौर परियोजनाओं, प्लास्टिक रीसाइक्लिंग, रेन वाटर हार्वेस्टिंग और इलेक्ट्रिक वाहनों सहित रीन्‍यूवेबल और हरित परियोजनाओं का समर्थन करने के लिए पूरा फंड आवंटित करने के लिए डिजाइन किया गया है।

ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट उन परियोजनाओं और बिजनेस का समर्थन करके डेवलपमेंट को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण है जो जलवायु प्रबंधन और आर्थिक विकास को प्राथमिकता देते हैं।

भारत के नेट जीरो लक्ष्य को पाने के लिए फंडिंग गैप को कम करने में मदद करने के लिए बैंक का प्रयास 'वृद्धिशील लेकिन निश्चित' ('इंक्रीमेंटल बट स्‍योर') कदम हैं।

ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट ग्राहकों को एयू की ग्रीन ऑफरिंग के माध्यम से प्लैनेट की स्थिरता में योगदान करने में सक्षम बनाएगा।

मुंबई, 25 अक्टूबर, 2023: भारत के लीडिंग स्‍माल फाइनेंस बैंक, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (एयू एसएफबी) ने अपना पहला ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) पेश किया है, जिसे प्लैनेट फर्स्ट - एयू ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट (Planet First – AU Green Fixed Deposit) का नाम दिया गया है। इसे रिन्यूबल और सौर ऊर्जा (सोलर पावर) व इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सॉल्यूशन सहित ग्रीन प्रोजेक्‍ट्स को सपोर्ट देने के लिए अपना पैसा निवेश करने के लिए डिजाइन किया गया है। यानी इसे उन निवेशकों के लिए डिजाइन किया गया है जो अपने पैसे को इको-फ्रेंडली परियोजनाओं को सपोर्ट करने के लिए लगाना चाहते हैं। एयू एसएफबी रेगुलेटर के मार्गदर्शन के साथ धीरे-धीरे ऐसे रिटेल उत्पादों की पेशकश के माध्यम से स्थायी 'बदलाव' में योगदान करने की एक मजबूत स्थिति में है।

ग्रीन डिपॉजिट पॉलिसी और रूपरेखा जलवायु और पर्यावरण को होने वाली क्षति को रोकने के लिए जरूरी कार्रवाई करने के लिए एयू एसएफबी के इरादे को और मजबूत बनाएगी। पॉलिसी और रूपरेखा को बोर्ड द्वारा मंजूरी मिल गई है और अनिवार्य आवश्यकताओं के अनुसार किसी थर्ड पार्टी यानी तीसरे पक्ष द्वारा बाहरी रूप से समीक्षा की गई है। ग्रीन रूट (हरित मार्ग) के माध्यम से फंड को चैनलाइज करके और ग्रीन एसेट्स (हरित संपत्तियों) के लिए लोन देकर, स्थिरता पर एयू एसएफबी के प्रयास 'हमेशा के लिए' (‘फॉरएवर') की यात्रा में 'बदलाव' को दिखाने के लिए विकसित होते रहेंगे।
संजय अग्रवाल
संजय अग्रवाल

द प्लैनेट फर्स्ट - एयू ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट में कम से कम 5000 रुपये से निवेश किया जा सकता है और यह 8.50 फीसदी सालाना तक की आकर्षक ब्याज दर प्रदान करता है। इस नई पेशकश के तहत एयू एसएफबी के मौजूदा और नए दोनों तरह के ग्राहक वीडियो बैंकिंग के जरिए, AU 0101 ऐप के जरिए, नेट बैंकिंग के जरिए या अपनी निकटतम एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक शाखाओं में जाकर आसानी से ग्रीन एफडी में निवेश कर सकते हैं। ग्रीन एफडी अक्टूबर के आखिरी बुधवार को लॉन्च किया जा रहा है, क्योंकि इस दिन को सस्टेनेबिलिटी डे (Sustainability Day) के रूप में भी मान्यता प्राप्त है।

ग्राहक इस स्‍कीम में ऐसी अवधि चुन सकते हैं जो उनके वित्तीय लक्ष्‍य पूरे करने के अनुरूप हों। इस स्‍कीम में 2 साल की सबसे छोटी अवधि है और इसके अलावा लंबी अवधि के लिए निवेश के भी विकल्प हैं। प्लैनेट फर्स्ट - एयू ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट ग्राहकों को उनके कैश फ्लो को प्रभावी ढंग से मैनेज करने में मदद करने के लिए मंथली, तिमाही और कम्युलेटिव (मैच्‍योरिटी पर) सहित अलग अलग इंटरेस्ट पेमेंट या ब्याज भुगतान के विकल्प प्रदान करता है। इसके अलावा, ग्राहकों को अपने फंड के उपयोग और प्लैनेट फर्स्ट - एयू ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट द्वारा समर्थित हरित परियोजनाओं की प्रगति के बारे में नियमित अपडेट मिलते रहेंगे, जिस बारे में उन्हें हर कदम पर अच्छी तरह से सूचित किया जाएगा।

भारतीय बैंकिंग सेक्टर में एक लीडिंग प्रगति के प्रतीक के रूप में, यह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के दिशानिर्देशों के बाद शुरू की गई देश की लीडिंग ग्रीन एफडी में से एक बनी हुई है यह सिर्फ उन गतिविधियों में फंड के उपयोग का आदेश देती है जो ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने, कार्बन उत्सर्जन और ग्रीन हाउस गैसों पर अंकुश लगाने हैं, प्राकृतिक इकोसिस्टम और जैव विविधता को सुरक्षित और समृद्ध करने साथ ही जलवायु लचीलेपन और अनुकूलन को मजबूत करने पर जोर देती हैं। इन फंड का उपयोग पूरे भारत में किया जाएगा और कुछ फोकस क्षेत्रों में ग्रामीण भारत में हरित परियोजनाएं शामिल होंगी।

इस लॉन्च पर बोलते हुए, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के फाउंडर और एमडी & सीईओ, संजय अग्रवाल ने कहा कि “जलवायु परिवर्तन को 21वीं सदी में ग्‍लोबल सोसाइटी यानी वैश्विक समाज और अर्थव्यवस्था के सामने आने वाली सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक माना गया है। भारत सरकार ने सीओपी 27 (पार्टियों का परिसंघ) बैठक में नेट-जीरो लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध होकर जलवायु नियंत्रण परिवर्तन में अग्रणी भूमिका निभाई। इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ग्रीन डिपॉजिट फ्रेमवर्क पेश करने वाले पहले कुछ ग्‍लोबल रेगुलेटर्स में से एक है। 'पर्यावरण' को एक प्रमुख हितधारक के रूप में मान्यता देते हुए, एयू में हमने हाल ही में बोर्ड की सस्टेनेबिलिटी कमिटी के मार्गदर्शन और सस्टेनेबिलिटी में विशेषज्ञता वाले वरिष्ठ बोर्ड सदस्यों और अधिकारियों को शामिल करते हुए अपनी सस्टेनेबिलिटी को लेकर पहल को बढ़ाया है। अब, हम और भी बड़ा कदम आगे बढ़ा रहे हैं और नए आरबीआई ढांचे के साथ पूरी तरह से अनुपालन करते हुए 'प्लैनेट फर्स्ट - एयू ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट' लॉन्च करने वाले पहले कुछ बैंकों में से एक होंगे। हमारा इरादा हमारे विचारों और काम में प्लैनेट फर्स्‍ट को प्राथमिकता देना और एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य (वन अर्थ, वन फैमिली एंड वन फ्यूचर) की हालिया जी20 पहल को बढ़ावा देना है। हम इनोवेटिव और ग्राहक-केंद्रित उत्पादों के अपने ग्रु में ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट को शामिल करते हुए बेहद खुश हैं। प्लैनेट फर्स्ट - एयू ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट का चयन करके, निवेशक हरित समर्थक ग्राहकों के एक समुदाय में शामिल हो जाता है, जहां जुटाई गई जमा राशि को विशेष रूप से आवश्यक ग्रीन प्रोजेक्‍ट्स यानी हरित परियोजनाओं (सौर ऊर्जा, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सॉल्यूशन आदि) में लगाया जाएगा, जो क्‍लाइमेट एक्‍शन का समर्थन करते हैं।“

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