हिमाचल प्रदेश से शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में शामिल होने वाला अकेला संस्थान
सोलन, भारत, 13 अगस्त, 2024 /PRNewswire/ -- शूलिनी विश्वविद्यालय ने एक बार फिर उच्च शिक्षा में अपनी उन्नति दिखाई है, जो केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी नवीनतम राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) परिणामों में साफ-साफ दिखाई देती है। हिमाचल प्रदेश स्थित इस विश्वविद्यालय ने अपनी स्थिति में सुधार करते हुए भारत के सभी विश्वविद्यालयों में 70वां स्थान प्राप्त किया है, जबकि पिछले वर्ष यह 73वें स्थान पर था।
समग्र श्रेणी में, जिसमें आईआईटी और आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित संस्थान शामिल हैं, शूलिनी विश्वविद्यालय ने प्रभावशाली छलांग लगाते हुए रैंकिंग 89वीं — जो 101-150 बैंड में इसके पिछले स्थान से सुधार है।
विश्वविद्यालय का फार्मेसी विभाग उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 30वें स्थान पर पहुंच गया है, जबकि इंजीनियरिंग संकाय 92वें स्थान पर पहुंच गया है। प्रबंधन संकाय ने भी अपनी मज़बूत उपस्थिति बनाए रखी है तथा इसे 101-125 बैंड में रखा गया है।
शूलिनी विश्वविद्यालय देश के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में शामिल होने वाला हिमाचल प्रदेश का अकेला संस्थान बना हुआ है, जो शिक्षा के क्षेत्र में इसकी बढ़ती प्रतिष्ठा को दर्शाता है। विश्वविद्यालय 2022 एनआईआरएफ रैंकिंग में 96वें स्थान पर था।
संस्थापक एवं कुलाधिपति प्रो. पी.के. खोसला ने इस उपलब्धि के महत्व पर प्रकाश डाला तथा कहा कि 15 वर्ष पुराने विश्वविद्यालय ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी रैंकिंग में लगातार सुधार किया है। उन्होंने कहा, "हमारा विश्वविद्यालय लगातार छह वर्षों से शीर्ष 150 संस्थानों में शामिल है, और हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं।"
प्रो चांसलर विशाल आनंद ने संकाय, कर्मचारियों और छात्रों को बधाई दी और इस बात पर जोर दिया कि नवीनतम रैंकिंग विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने और अनुसंधान उत्कृष्टता को आगे बढ़ाने के लिए शूलिनी विश्वविद्यालय की अटूट प्रतिबद्धता दर्शाती है।
कुलपति प्रो. अतुल खोसला ने विश्वविद्यालय की नवीनतम रैंकिंग को "वास्तव में उल्लेखनीय" बताया तथा उत्कृष्टता के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, "ये रैंकिंग हमारे संकाय और छात्रों की कड़ी मेहनत और समर्पण दर्शाती है, क्योंकि हम शूलिनी विश्वविद्यालय को विश्वस्तरीय संस्थान के रूप में स्थापित करना जारी रखे हुए हैं।"
शूलिनी विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशंस की ट्रस्टी और निदेशक निष्ठा शुक्ला आनंद ने कहा, "रैंकिंग में हमारी लगातार तरक्की एक गतिशील शिक्षण वातावरण बनाने पर हमारा फोकस जाहिर करती है जो नवाचार और अकादमिक निष्ठा दोनों को प्राथमिकता देती है। यह मान्यता छात्रों को उनके चुने हुए क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए ज़रूरी साधन प्रदान करने के हमारे मिशन की पुष्टि करती है।"
शूलिनी यूनिवर्सिटी के बारे में
2009 में स्थापित, शूलिनी यूनिवर्सिटी ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट साइंसेज यूजीसी से पूर्ण मान्यता के साथ एक शोध-संचालित निजी विश्वविद्यालय है। भारत में नंबर 1 निजी विश्वविद्यालय (क्यूएस और टाइम्स हायर एजुकेशन) के रूप में, यह नवाचार, गुणवत्ता प्लेसमेंट और विश्व स्तरीय संकाय पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रशंसित है। निचले हिमालय में स्थित, विश्वविद्यालय एनएएसी मान्यता प्राप्त है और एनआईआरएफ द्वारा शीर्ष 100 स्थान पर है।
लोगो:
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सोलन, भारत, 13 अगस्त, 2024 /PRNewswire/ -- शूलिनी विश्वविद्यालय ने एक बार फिर उच्च शिक्षा में अपनी उन्नति दिखाई है, जो केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी नवीनतम राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) परिणामों में साफ-साफ दिखाई देती है। हिमाचल प्रदेश स्थित इस विश्वविद्यालय ने अपनी स्थिति में सुधार करते हुए भारत के सभी विश्वविद्यालयों में 70वां स्थान प्राप्त किया है, जबकि पिछले वर्ष यह 73वें स्थान पर था।
समग्र श्रेणी में, जिसमें आईआईटी और आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित संस्थान शामिल हैं, शूलिनी विश्वविद्यालय ने प्रभावशाली छलांग लगाते हुए रैंकिंग 89वीं — जो 101-150 बैंड में इसके पिछले स्थान से सुधार है।
विश्वविद्यालय का फार्मेसी विभाग उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 30वें स्थान पर पहुंच गया है, जबकि इंजीनियरिंग संकाय 92वें स्थान पर पहुंच गया है। प्रबंधन संकाय ने भी अपनी मज़बूत उपस्थिति बनाए रखी है तथा इसे 101-125 बैंड में रखा गया है।
शूलिनी विश्वविद्यालय देश के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में शामिल होने वाला हिमाचल प्रदेश का अकेला संस्थान बना हुआ है, जो शिक्षा के क्षेत्र में इसकी बढ़ती प्रतिष्ठा को दर्शाता है। विश्वविद्यालय 2022 एनआईआरएफ रैंकिंग में 96वें स्थान पर था।
संस्थापक एवं कुलाधिपति प्रो. पी.के. खोसला ने इस उपलब्धि के महत्व पर प्रकाश डाला तथा कहा कि 15 वर्ष पुराने विश्वविद्यालय ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी रैंकिंग में लगातार सुधार किया है। उन्होंने कहा, "हमारा विश्वविद्यालय लगातार छह वर्षों से शीर्ष 150 संस्थानों में शामिल है, और हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं।"
प्रो चांसलर विशाल आनंद ने संकाय, कर्मचारियों और छात्रों को बधाई दी और इस बात पर जोर दिया कि नवीनतम रैंकिंग विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने और अनुसंधान उत्कृष्टता को आगे बढ़ाने के लिए शूलिनी विश्वविद्यालय की अटूट प्रतिबद्धता दर्शाती है।
कुलपति प्रो. अतुल खोसला ने विश्वविद्यालय की नवीनतम रैंकिंग को "वास्तव में उल्लेखनीय" बताया तथा उत्कृष्टता के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, "ये रैंकिंग हमारे संकाय और छात्रों की कड़ी मेहनत और समर्पण दर्शाती है, क्योंकि हम शूलिनी विश्वविद्यालय को विश्वस्तरीय संस्थान के रूप में स्थापित करना जारी रखे हुए हैं।"
शूलिनी विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशंस की ट्रस्टी और निदेशक निष्ठा शुक्ला आनंद ने कहा, "रैंकिंग में हमारी लगातार तरक्की एक गतिशील शिक्षण वातावरण बनाने पर हमारा फोकस जाहिर करती है जो नवाचार और अकादमिक निष्ठा दोनों को प्राथमिकता देती है। यह मान्यता छात्रों को उनके चुने हुए क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए ज़रूरी साधन प्रदान करने के हमारे मिशन की पुष्टि करती है।"
शूलिनी यूनिवर्सिटी के बारे में
2009 में स्थापित, शूलिनी यूनिवर्सिटी ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट साइंसेज यूजीसी से पूर्ण मान्यता के साथ एक शोध-संचालित निजी विश्वविद्यालय है। भारत में नंबर 1 निजी विश्वविद्यालय (क्यूएस और टाइम्स हायर एजुकेशन) के रूप में, यह नवाचार, गुणवत्ता प्लेसमेंट और विश्व स्तरीय संकाय पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रशंसित है। निचले हिमालय में स्थित, विश्वविद्यालय एनएएसी मान्यता प्राप्त है और एनआईआरएफ द्वारा शीर्ष 100 स्थान पर है।
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